Tallest Temple of the World: गुजरात में इस जगह पर दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर बन रहा है: गुजरात के अहमदाबाद जिले में वैष्णोदेवी सर्कल के पास जसपुर जगत जननी में उमिया माताजी का विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर बन रहा है।इसके पूरा होने के बाद यह मंदिर दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिर का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेगा।
जहां गुजरात अक्सर अपने नवाचार और विविध कलात्मक प्रतिभा के लिए चर्चा में रहता है, वहीं गुजरात एक बार फिर विश्व पटल पर चमकने जा रहा है। गुजरात में दुनिया की सबसे ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनने के बाद दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर भी गुजरात में आकार ले रहा है।
निर्माण के तहत साइट और ऊंचाई
अहमदाबाद जिले के वैष्णोदेवी सर्किल के पास जसपुर में जैसे ही मन उमियाजी मंदिर का गर्भगृह तैयार हो रहा है, इस मंदिर को लेकर लोगों की उत्सुकता बढ़ गई है. जगतजननी में उमियाजी के मंदिर की ऊंचाई 504 फीट है।
मंदिर की विशेषताएं
इस मंदिर की खास बातों की बात करें तो समाज का कोई भी व्यक्ति इस मंदिर में शामिल हो सकता है। आप 11 लाख रुपए दान कर इस मंदिर में अपने नाम का स्तंभ भी बनवा सकते हैं। अब तक 401 से ज्यादा दानदाता अपना नाम स्तंभ बनाने के लिए आगे आ चुके हैं।
इस मंदिर की अन्य विशेषताओं की बात करें तो जगत जननी में उमिया माताजी के मंदिर में कुल 1440 स्तंभ तैयार किए जाएंगे। इनमें से प्रत्येक पिलर पर करीब 10 से 11 लाख रुपये खर्च होंगे। समाज का कोई भी व्यक्ति इस स्तंभ के निर्माण के लिए स्वयं दानदाता बन सकता है और उसके लिए आई भो पायनो पिलर जैसा अभियान शुरू किया गया है।
पवित्र स्थान मंदिर
उमिया माताजी मंदिर की खासियतों की बात करें तो इसका गर्भगृह 52 फीट ऊंचा बनाया गया है और उस पर मां उमिया की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यहां माताजी की प्रतिमा के साथ महादेव पारा का शिवलिंग भी स्थापित किया जाएगा।
मंदिर का डिजाइन
इस मंदिर का डिजाइन भारत और जर्मनी के वास्तुकारों द्वारा संयुक्त रूप से बनाया गया है।माताजी के मंदिर की व्यू गैलरी 82 और 90 मीटर की ऊंचाई पर रखी जाएगी, जहां से पूरे अहमदाबाद का नजारा देखा जा सकेगा। इस मंदिर के गर्भगृह को भारतीय शास्त्रों के अनुसार डिजाइन किया जाएगा।
सामाजिक अधिकारिता अभियान
इस मंदिर के शैलन्याओं के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। इसके अलावा जसपुर स्थित माता उमियाजी के मंदिर के प्रांगण में विभिन्न स्वास्थ्य क्रीड़ा एवं संस्कृति परिसर, छात्रावास, सामाजिक संगठन भवन, चिकित्सा देखभाल इकाई एवं स्क्रीन विश्वविद्यालय एवं कैरियर विकास जैसी इकाई का भी गठन किया जायेगा. परित्यक्त बहनों के लिए राजस्व मार्गदर्शन कानूनी सलाह केंद्र, सुलह आयोग खाद्य पाठशालाएं, विवाह केंद्र और रोजगार केंद्र भी बनेंगे।